DIL SE
बहूत कुछ कहना हे ......... बिते सालो का, बचपन का ....... जो मन को भाया.... जो सीख दे गया
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गुरुवार, 26 अगस्त 2010
मेरी सहेलि अर्चना के ब्लोग से प्रेरना लेकर मै भी प्रयत्न कर रहि हू।अर्चना और मै कई सालो बाद फ़ेसबुक पर मिले।फिर हमने एक और सहेलि को खोज निकला जिसका नाम नीता है।बहुत नजदीकि रिश्ता रहा था हमलोगों मे.
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