"शब्द"-------
आज अचानक
मिला था अपना एक पिटारा
जो सहेजा था वर्षो से
अलमारी के एक कोने में
जिसे दिल और दिमाग ने
दफ़्ना दिया था बहुत पहले
खोलते की हौले से
कलम ने भी भी झाका
एक हूक सी उठी
दिल के किसी कोने में
एक बदबूदार झोंका
प्रवेश कर गया नथुनो में
सड गये थे वे सारें शब्द
जो लिखा करते थे प्यार की भाषा
लेकिन तभी
दिल के दूसरे कोने में
एक उम्मीद जागी
कि फिर
आज अचानक
मिला था अपना एक पिटारा
जो सहेजा था वर्षो से
अलमारी के एक कोने में
जिसे दिल और दिमाग ने
दफ़्ना दिया था बहुत पहले
खोलते की हौले से
कलम ने भी भी झाका
एक हूक सी उठी
दिल के किसी कोने में
एक बदबूदार झोंका
प्रवेश कर गया नथुनो में
सड गये थे वे सारें शब्द
जो लिखा करते थे प्यार की भाषा
लेकिन तभी
दिल के दूसरे कोने में
एक उम्मीद जागी
कि फिर
शब्द
प्रस्फ़ुटित होगें
हवा
के स्पंदन से
बह
उठेंगे मन से
टपक पडेंगे नयनों से
बनाने को एक दस्तावेज
मौलिक एवं अप्रकाशित
मौलिक एवं अप्रकाशित