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बहूत कुछ कहना हे ......... बिते सालो का, बचपन का ....... जो मन को भाया.... जो सीख दे गया
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बुधवार, 30 सितंबर 2015
कश्ती
आने वाले तूफान का अंदाज़
दे गयी थी,नदी मे डौलती कश्ती
जब खेना पडा उसे
पतवारो के अतिरिक्त श्रम से
नयना(आरती) कानिटकर
३०/०९/२०१५
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