एक गीत प्रयास----
गूँज उठी पावस की धुन
सर-सर-सर, सर-सर-सर
आसंमा से आंगन में उतरी
छिटक-छिटक बरखा बौछार
चहूँ फैला माटी की खूशबू
संग थिरक रही है डार-डार
गूँज उठी पावस की धुन
सर-सर-सर, सर-सर-सर
उमगते अंकुर धरा खोलकर
हवा में उठी पत्तो की करतल
बादल रच रहे गीत मल्हार
हर्षित मन से झुमता ताल
गूँज उठी पावस की धुन
सर-सर-सर, सर-सर-सर
गरजते बादल, बरखा की भोर
बूँदों की रिमझिम रिमझिम
पपिहे की पीहू, कोयल का शोर
आस मिलन जुगनू सी टिमटिम
गूँज उठी पावस की धुन
सर-सर-सर, सर-सर-सर
मौलिक व अप्रकाशित
गूँज उठी पावस की धुन
सर-सर-सर, सर-सर-सर
आसंमा से आंगन में उतरी
छिटक-छिटक बरखा बौछार
चहूँ फैला माटी की खूशबू
संग थिरक रही है डार-डार
गूँज उठी पावस की धुन
सर-सर-सर, सर-सर-सर
उमगते अंकुर धरा खोलकर
हवा में उठी पत्तो की करतल
बादल रच रहे गीत मल्हार
हर्षित मन से झुमता ताल
गूँज उठी पावस की धुन
सर-सर-सर, सर-सर-सर
गरजते बादल, बरखा की भोर
बूँदों की रिमझिम रिमझिम
पपिहे की पीहू, कोयल का शोर
आस मिलन जुगनू सी टिमटिम
गूँज उठी पावस की धुन
सर-सर-सर, सर-सर-सर
मौलिक व अप्रकाशित
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