मंगलवार, 10 नवंबर 2015

अंतिम यात्रा

घर के बाहर भीड़ जमा है । पूरी तैयारी हो चुकी है।
"लड़का आ रहा है चेन्नई से . हवाई जहाज़ से आ रहा है बस पहुँचने ही वाला है।"
"एक दिन तो हम सभी को जाना है किन्तू---"
"किन्तू क्या"-- उर्मिला ने पूछा
"अरी!!  बहुत सीधी-सादी है भाभी जी और सुना है ये उनका पेट जाया भी नही है। किसी अनाथ आश्रम से उठा लाये थे। पढा-लिखा बडा किया और वो
चेन्नई जा बसा। "
’अरे हा!!! कहते है वर्मा जी ने भी तो खूब उठा-पटक  और लोगो को लूट अपना व्यवसाय चलाया।"
"तभी तो  इन्कम टैक्स की चोरी  के चलते रेड हुई . कोर्ट मे मामला चल रहा है उसी के चलते उन्हे हार्ट अटैक--"
 "हा ना बेटे को भी पता चल गया था कि वो अनाथ है- तभी घर छोड गया।"
"ओह!अब अब मिसेज वर्मा का क्या होगा बेचारी कोर्ट-कचहरी मे उलझ जाएगी। पता नही बेटा भी---??"
"अरे!! कुछ नही होगा जीवन की फ़ाइल बंद होते ही --सभी फ़ाईले बंद हो जानी है।"
"फिर भी मामला तो नाज़ुक है ना--"

तभी राम-नाम सत्य है के साथ अर्थी उठा ली गई।

नयना(आरती)कानिटकर


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